Authoryogendra द्वारा प्रस्तुत यह हिंदी ब्लॉग प्रेरणादायक कहानियों, आत्मिक विचारों और सामाजिक विषयों पर आधारित लेखों का संग्रह है। यहां आपको ऐसी छोटी-छोटी कहानियां और विचार मिलेंगे जो दिल को छू जाते हैं और सोचने पर मजबूर कर देते हैं। चाहे आप छात्र हों, शिक्षक हों, अभिभावक हों या कोई साधक – यहां हर किसी के लिए कुछ न कुछ सीखने को मिलेगा। सरल भाषा में लिखी गई ये रचनाएं जीवन को सकारात्मक दिशा देने में सहायक हैं। पढ़ें, सोचें और अपने भीतर बदलाव महसूस करें।
मैं से मैं तक का सफर-a spiritual journey
इस संसार में मैं का बहुत महत्व है। इस मैं को अहंकार माना जाता है। इसी कारण हर इंसान अहंकार से बचने का प्रयास करता है। इसी कारण मैं शब्द कम ही इस्तेमाल किया जाता है या बहुत ही कोमलता से इस्तेमाल किया जाता है। जिससे किसी को ये ना लगे की मुझमें अहंकार है। लेकिन मैं कहना सच में
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दुनियां में इंसान।।
आज का इंसान… चेहरा मासूमियत का, दिमाग चालाकी का, और दिल लालच का। समझदार होना भूल चुका है, अब चालाक और फरेबी होना ही “अक्ल” कहलाने लगा है। या...
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